आलस्य तज बन वीर तू कुछ कार्य कर पुरुषार्थ कर। आलस्य तज बन वीर तू कुछ कार्य कर पुरुषार्थ कर।
प्रत्येक रंग में रंग जाऊं बन जाऊं मैं श्वेत रंग। प्रत्येक रंग में रंग जाऊं बन जाऊं मैं श्वेत रंग।
अपना लक्ष्य जो बनाया है तूने, उसके लिये नींद को त्यागना है अपना लक्ष्य जो बनाया है तूने, उसके लिये नींद को त्यागना है
ज़ीवन के चार दिन, तो गुज़रते चलना है पूर्ण ज़ीवन में कुछ, नेक तो करते जाना है ज़ीवन के चार दिन, तो गुज़रते चलना है पूर्ण ज़ीवन में कुछ, नेक तो करते जाना है
जो अच्छे कर्म कर जाए, सो अच्छा काम पाए। जो अच्छे कर्म कर जाए, सो अच्छा काम पाए।
अब खुशबू में डुबो कर, सुनाते आलस्य कथा अपने आप की। अब खुशबू में डुबो कर, सुनाते आलस्य कथा अपने आप की।